1) एक सुभचिन्तक को हर बात का समर्थन करना नहीं , बल्कि उसे सही गलत से अवगत कराना चाहिए
नंदन सिंह
2) आप किसी ब्यक्ति से सिर्फ इस लिए नफ़रत नहीं कर सकते क्युंकी वो आप जैसा नही सोचता .
नंदन सिंह
3) वो देश तब तक बिकाश नहीं कर सकता जब तक जिस देश में स्त्रियों की दशा दयनीय रहेगा .
नंदन सिंह
4) अगर आपसे पहले आपके घर में कोई शिक्षित नहीं हुआ तो इसमें आपका कोई गलती नहीं लेकिन आपके बाद कोई आपके घर में शिक्षित नहीं हुआ तो कंही ना कंही आपका दोस जरुर है ,
नंदन सिंह
5) एक सिखने वाला ब्यक्ति मरने के आख़री समय में भी कुछ जरुर सीखता है।
नंदन सिंह
6) मुझे जितना डर मृत्यु से नहीं लगता उससे जादा डर मोह और ममता से लगता है
नंदन सिंह
7) अगर आप अपने में अमरता का भावना रखते है ,तो कोसिस करो की लोगो के दिल में बस जाओ .
नंदन सिंह
8) मै अपने आस पास ऐसा कोई भी ब्यक्ति को नहीं जानता , जिसे एक भी चीजो से प्यार नहीं .
नंदन सिंह
9) दोस्ती बनाया नहीं जाता बल्कि अर्जित किया जाता है
नंदन सिंह
10) इस संसार में ऐसा कोई भी भी ब्यक्ति नहीं जिससे हम कुछ सिख नहीं सकते .
नंदन सिंह
11) अगर कोई भी ब्यक्ति तुम्हारी बातो को नहीं सुनता , तो तुम उन ही बातो को लिखना सुरू कर दो .
नंदन सिंह
12) अगर आप देश से प्यार करते है तो उसका अर्थ है आपको अपने देश्वासियो से भी प्रेम करना चाहिए
नंदन सिंह
13) अगर आप अपने घर के सबसे पढ़े लिखे और समझदार ब्यक्ति है तो हो सकता है , सबसे जादा दुःख आपको अपने परिवार से मिले।
नंदन सिंह
14) प्यार सिखाता है ,जिंदगी को जिया कैसे जाता है, और परिवार सिखाता है की मुस्किल पालो मेंएक साथ रहा कैसे जाता है।
नंदन सिंह
15) अगर आप किसी पर एहसान करते है तो उसे भूल जाइये नहीं तो वो एहसान किसी को अभिशाप भी बन सकता है
नंदन सिंह
16) दुनिया में ऐसा कोई भी ब्यक्ति नहीं जिसे हम पा कर खोते नहीं,
नंदन सिंह
17) भगवान् जिसे जो कुछ भी देता है, उसे एक दिन लेता भी है, पर जो देता है वो बहुत कुछ दे कर जाता है
नंदन सिंह
18) मै धर्म से जादा कर्म को मानता हूँ कर्म से सभी जादा त्याग को और ये सब इंसानियत के ही कई टुकड़े है
नंदन सिंह
19) किसी को पाकर उतना कोई खुस नहीं होता , जितना की उसे पा कर खो देने से दुखी होता है
नंदन सिंह
20) अगर आपको अपने गाँव से प्यार है ,तो इसका मतलब है की आप प्रकृति के मुरीद है .
नंदन सिंह
21) जो जिंदगी भर अपने परिवार को छोड़ कर जीता है , वो जिंदगी के आखरी दिनों में परिवार के साथ जीना चाहता है
नंदन सिंह
22) मै परिवार के खुसी के लिए हस्ते - हस्ते मर सकता हूँ ,पर बिछड़ने का दर्द, अपनी आँखों के आंसू उन के आँखों में देख सकता हूँ .
नंदन सिंह
23) कोई भी अशिक्षित व्यक्ति देश को तब तक नहीं बिगाड़ सकता जब तक शिक्षित ब्यक्ति अशिक्षित बन कर चुप न हो जाए।
नंदन सिंह
24) आपको अपने जिंदगी जीने का हक़ भले ही हो सकता है , जिंदगी या मौत पर हक़ सिर्फ माँ बाप को है ,
नंदन सिंह
25) अगर आप आत्म हत्या करते है तो सिर्फ आप अपने आप को नहीं मार रन्हे है बल्कि अपने जिंदगी से अपने माँ बाप तथा अपने पुरे परिवार को मार रहें है,
नंदन सिंह
26) जब कोई छोटा बच्चा उंगली पकड़ता है, तो लगता है दिल छू लिया हो और जब तोतला कर बोलता है तो लगता है संगीत के सातो सरगम बज रहा हो
नंदन सिंह
27) जब आप कभी जादा FRUSTRATED हो न तो छोटे बच्चो से बात करें
नंदन सिंह
28) इस संसार में कंही जन्नत है तो माँ के चरणों में, खुन्सिया है तो माँ के आँचल में, . मूरत कोई है तो उनके सूरत में , मंदिर कंही है तो माँ के दिल में ,
नंदन सिंह
29) जब आपसे सारी दुनिया नफ़रत करता है, तो एक माँ ही है जो आपसे प्यार करती है।
नंदन सिंह
30) एक इंसान कितना भी कुरूप क्यूँ ना हो,लेकिन एक माँ के लिए एक बेटे से बढ़कर सुन्दर इस संसार में कोई नहीं ,
नंदन सिंह
31) एक इंसान को इज्जत अपने माँ बाप से बिरासत में मिलना चाहिए ,और उस इंसान को अपने बच्चो को इज्जत बिरासत देना चाहिए।
नंदन सिंह
14) प्यार सिखाता है ,जिंदगी को जिया कैसे जाता है, और परिवार सिखाता है की मुस्किल पालो मेंएक साथ रहा कैसे जाता है।
नंदन सिंह
15) अगर आप किसी पर एहसान करते है तो उसे भूल जाइये नहीं तो वो एहसान किसी को अभिशाप भी बन सकता है
नंदन सिंह
16) दुनिया में ऐसा कोई भी ब्यक्ति नहीं जिसे हम पा कर खोते नहीं,
नंदन सिंह
17) भगवान् जिसे जो कुछ भी देता है, उसे एक दिन लेता भी है, पर जो देता है वो बहुत कुछ दे कर जाता है
नंदन सिंह
18) मै धर्म से जादा कर्म को मानता हूँ कर्म से सभी जादा त्याग को और ये सब इंसानियत के ही कई टुकड़े है
नंदन सिंह
19) किसी को पाकर उतना कोई खुस नहीं होता , जितना की उसे पा कर खो देने से दुखी होता है
नंदन सिंह
20) अगर आपको अपने गाँव से प्यार है ,तो इसका मतलब है की आप प्रकृति के मुरीद है .
नंदन सिंह
21) जो जिंदगी भर अपने परिवार को छोड़ कर जीता है , वो जिंदगी के आखरी दिनों में परिवार के साथ जीना चाहता है
नंदन सिंह
22) मै परिवार के खुसी के लिए हस्ते - हस्ते मर सकता हूँ ,पर बिछड़ने का दर्द, अपनी आँखों के आंसू उन के आँखों में देख सकता हूँ .
नंदन सिंह
23) कोई भी अशिक्षित व्यक्ति देश को तब तक नहीं बिगाड़ सकता जब तक शिक्षित ब्यक्ति अशिक्षित बन कर चुप न हो जाए।
नंदन सिंह
24) आपको अपने जिंदगी जीने का हक़ भले ही हो सकता है , जिंदगी या मौत पर हक़ सिर्फ माँ बाप को है ,
नंदन सिंह
25) अगर आप आत्म हत्या करते है तो सिर्फ आप अपने आप को नहीं मार रन्हे है बल्कि अपने जिंदगी से अपने माँ बाप तथा अपने पुरे परिवार को मार रहें है,
नंदन सिंह
26) जब कोई छोटा बच्चा उंगली पकड़ता है, तो लगता है दिल छू लिया हो और जब तोतला कर बोलता है तो लगता है संगीत के सातो सरगम बज रहा हो
नंदन सिंह
27) जब आप कभी जादा FRUSTRATED हो न तो छोटे बच्चो से बात करें
नंदन सिंह
28) इस संसार में कंही जन्नत है तो माँ के चरणों में, खुन्सिया है तो माँ के आँचल में, . मूरत कोई है तो उनके सूरत में , मंदिर कंही है तो माँ के दिल में ,
नंदन सिंह
29) जब आपसे सारी दुनिया नफ़रत करता है, तो एक माँ ही है जो आपसे प्यार करती है।
नंदन सिंह
30) एक इंसान कितना भी कुरूप क्यूँ ना हो,लेकिन एक माँ के लिए एक बेटे से बढ़कर सुन्दर इस संसार में कोई नहीं ,
नंदन सिंह
31) एक इंसान को इज्जत अपने माँ बाप से बिरासत में मिलना चाहिए ,और उस इंसान को अपने बच्चो को इज्जत बिरासत देना चाहिए।
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