Saturday, June 1, 2013

महात्मा बुद्ध















एक बार महात्मा बुद्ध रास्ते से गुज़ररहे थे! तभी एक आदमी उन्हें जोर जोर सेगाली देने लगा! महात्मा बुद्ध मुस्कुराए और चुप चाप आगे चल दिए!
ये सब देख कर वो अजनबी आश्चर्य में पड़ गया और महात्मा बुद्ध से पूछा,"मैंने आपको इतनी गालियाँ दी पर आपने कोई प्रतिकार तक नही किया और न ही बदले में मुझसे कुछ कहा!"
महात्मा बुद्ध बोले, "मान लो मैं अभी तुम्हे कुछ सामान दूं और तुम उसे न लो,तो मेरी चीज़ किसके पास रहेगी?"
आदमी बोला, "आपके पास!"
महात्मा बुद्ध हँसे और बोले, "बस ठीक इसी तरह तुमने मुझे गालियाँ दी पर मैंने स्वीकार नही की, तो वो तुम्हारे पास ही रह गयी!"
आदमी महात्मा बुद्ध के पैरो में गिर पड़ा!
इस कहानी का औचित्य बस इतना है कि सामने वाला वही देगा, जो उसके पास है पर हमे सिर्फ उतना ही लेना चाहिए जो हमारे काम का है!

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